उत्तराखण्ड चार धॉम यात्रा । गंगोत्री । यमुनोत्री | बद्रीनाथ । केदारनाथ । उत्तराखण्ड चार धाम कैसे करे | उत्तराखण्ड देवभूमि | Uttarakhand Char Dham Yatra. Gangotri. Yamunotri | Badrinath. Faith. How to do Uttarakhand Char Dham | Uttarakhand Devbhoomi.
| चार धाम यात्रा कैसे करे | उत्तराखण्ड के चार धाम | Chaar Dham of Uttrakhand | How To Travel To Chaar Dham |
सबसे पहले जानते है उत्तराखण्ड के चार धाम कौन कौन से है और कब खुलते है, उत्तराखण्ड के चार धाम साल में 6 माह के लिए ही खुलते हैं खुलना (अप्रैल - मई ), मंगल सर्दी के शुरुआत में लगभग( अक्तूबर -नवंबर ) में ।
१) उत्तराखण्ड के चार धाम ?
* यमुनोत्री मंदिर - उत्तरकाशी जिले में यमुना नदी (गंगा नदी के बाद दूसरी सबसे पवित्र भारतीय नदी) के स्रोत के करीब एक संकीर्ण घाटी में स्थित यमुनोत्री मंदिर, देवी यमुना को समर्पित है।
* गंगोत्री मंदिर - उत्तरकाशी जिला देवी गंगा को समर्पित गंगोत्री का भी घर है, जो सभी भारतीय नदियों में सबसे पवित्र है।
* केदारनाथ मंदिर रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ भगवान शिव को समर्पित है।
* बद्रीनाथ मंदिर - बद्रीनाथ, पवित्र बद्रीनारायण मंदिर का घर, भगवान विष्णु को समर्पित है।
२) चार धाम की यात्रा शुरू कहा से करे ??
* ऐसा माना जाता है कि चार धाम यात्रा को दक्षिणावर्त दिशा में पूरा करना चाहिए। इसलिए, तीर्थयात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है, गंगोत्री की ओर बढ़ती है, केदारनाथ तक जाती है और अंत में बद्रीनाथ पर समाप्त होती है। यात्रा सड़क या हवाई मार्ग से पूरी की जा सकती है (हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं)। कुछ भक्त दो धाम यात्रा या दो तीर्थों - केदारनाथ और बद्रीनाथ की तीर्थयात्रा भी करते हैं।
|| Haridwar To Yamunotri || हरिद्वार से यनुनोत्री ||
चार धाम की यात्रा आप किसी भी शहर से पहले सीधा दिल्ली या हरिद्वार आए, हरिद्वार में आप एक दिन रुक कर वहाँ के दर्शन कर सकते है,फिर अपनी यात्रा को आगे बड़ा सकते है आपको सीधा हरिद्वार से यमुनोत्री २४० किमी है, आपको हरिद्वार से बस के द्वारा जानकीचट्टी तक जाना है वहाँ से यमुनोटी पहुँचने के लिए यात्रियों को लगभग 5-6 किलोमीटर का पैदल ट्रेक करना होता है ।
|| मशहूर शहरों से यमुनोत्री की दूरी ||
यमुनोत्री दूरी चार्ट | Yamunotri Distance chart from Major Cities |
देहरादून से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Dehradun : 175 Kms
हरिद्वार से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Haridwar : 236 Kms
ऋषिकेश से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Rishikesh : 190 Kms
केदारनाथ से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Kedarnath : 350 Kms
जानकीचट्टी से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Jankichatti : 5 Kms पैदल ट्रेक
जोशीमठ से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Joshimath : 370 Kms
दिल्ली से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Delhi : 455 Kms
मेरठ से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Meerut : 350 Kms
आगरा से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Agra : 610 Kms
अहमदाबाद से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Ahmedabad : 1330 Kms
कानपुर से यमुनोत्री की दूरी | Yamunotri Distance from Kanpur : 893 Kms
|| Yamunotri To Gangotri || यमुनोत्री से गंगोत्री ||
यमुनोत्री से गंगोत्री के लिए आप फिर से 5 - 6 किमी का ट्रेक करके फिर से नीचे जानकीचट्टी आये और यहाँ से आपको पर्याप्त मात्रा में वाहन मिल जाएँगे गंगोत्री के लिए किसी कारण वर्ष अगर ना मिले तो आप पहले बड़कोट आजाए और वहाँ से आपको वाहन मिल जाएँगे ।
|| Gangotri To Kedarnath || गंगोत्री से केदारनाथ ||
गंगोत्री से केदारनाथ जाने की दूरी लगभग ३२२ किमी है आप गंगोत्री से केदारनाथ के लिए सड़क के द्वारा जा सकते है आपको सड़क के द्वारा जाने के लिए आपको लगभग १० से १२ गंटो का समय लग सकता है गंगोत्री से आप गौरीकुंड तक सड़क वाहन से पहुँच जाएँगे इसके आगे गौरीकुंड से केदारनाथ तक आपको १८ किमी की ट्रैकिंग क्रेनी पड़ेगी और इस ट्रैकिंग के बाद आपको केदारनाथ में भगवान शिवजी के दर्शन प्राप्त होंगे ।।
|| Kedarnath To Badrinath || केदारनाथ से बद्रीनाथ ||
केदारनाथ से आप वापस नीचे की और ट्रैकिंग करके गौरीकुंड वहाँ से आप सोनप्रयाग आये सोनप्रयाग से आपको बद्रीनाथ के लिए वाहन मिल जाएँगे सोनप्रयाग से बद्रीनाथ तक की दूरी लगभग २२५ किमी है जिससे पार क्रेन में लगभग आपको ७ से ८ गण्टों का समय लग जाएगा और बद्रीनाथ दर्शन करते ही आपकी चार धाम की यात्रा भगवान के आशीर्वाद से पूर्ण हो जाएगी । और बद्रीनाथ से आप ऋषिकेश जा कर वहाँ से वापस आप अपने घरों के लिए प्रस्थान कर सकते है ।
|| यात्रा में स्वस्थ रहने के लिए हेल्थ टिप्स का पालन करें ||
|| Health Tips Before The Trip ||
पानी पीना: यात्रा के दौरान पर्याप्त पानी पिएं और हाइड्रेटेड रहें। स्थानीय पानी का इस्तेमाल करने से बचें और बोतलबंद पानी ही पिएं।
स्वस्थ भोजन: स्थानीय खाने का आनंद लें, लेकिन स्वस्थ और स्वच्छ भोजन पर ध्यान दें। तले हुए और स्वदेशी खाने से बचें।
हस्पताल और मेडिकल सुविधाएं: यात्रा के लिए जाते समय, आपको नजदीकी अस्पतालों और मेडिकल सुविधाओं के बारे में जानकारी हासिल करें।
मेडिकल किट: यात्रा के समय आपके पास मेडिकल किट रखें जिसमें बेसिक दवाएं, प्लास्टर, एंटीसेप्टिक और एनजीओ क्रीम शामिल हों।
स्वच्छता: हमेशा हाथ धोने के बाद भोजन करें और स्वच्छ वातावरण में रहने का प्रयास करें।
व्यायाम: यात्रा के दौरान योगा, प्राणायाम और साधना जैसे व्यायाम करने से शारीरिक तौर पर फायदा होता है।
अपने अस्थायी ठहरने की जगह की स्वच्छता का ध्यान रखें।
यात्रा से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें, विशेष रूप से यदि आपको किसी खास स्वास्थ्य समस्या है।
यात्रा के दौरान ध्यान रखें कि आप सांस लेने की समय समय पर रुकें और विश्राम करें।
यात्रा के दौरान चार्जर साथ में रखें और अपने मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का ध्यान रखें।
यात्रा में अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना महत्वपूर्ण है, इन टिप्स का पालन करके आप अपनी यात्रा का आनंद ले सकते हैं और अच्छे स्वास्थ्य का लाभ उठा सकते हैं।
|| यात्रा में आपको ये सामग्री साथ लेकर जाना उचित होगा ||
|| Items You must Carry On Your Trip To Char dham||
पैसे और आवश्यक दस्तावेज़: यात्रा के लिए पर्याप्त पैसे, आपके वैध पहचान पत्र (आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस आदि) और आपके यात्रा से संबंधित टिकट, होटल बुकिंग विवरण, इत्यादि।
मेडिकल किट: बेसिक दवाएं, एंटीसेप्टिक लोशन, बैंडेज, प्लास्टर, एंटीएक्सिडेंट और इनसेक्ट रिपेलेंट जैसी चिकित्सा सामग्री।
वैदिक सामग्री: पूजा के लिए कुछ धार्मिक सामग्री जैसे पूजा सामग्री, धूप, दीप, अगरबत्ती, धार्मिक बुक्स, इत्यादि।
यात्रा के लिए सही वस्त्र: यात्रा के अनुसार आवश्यक वस्त्र, जैसे कि जैकेट या स्वेटर ठंडी जगहों के लिए, टॉप और स्कर्ट/पैंट्स गर्म जगहों के लिए, और एक उचित पेयजल की बोतल।
बिजली और मोबाइल चार्जर: अपने मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का चार्जर, पॉवर बैंक या बिजली कनेक्टर।
कैमरा और बैटरी: यात्रा के दौरान यादें बनाने के लिए कैमरा और इसके लिए पूरी तरह से चार्ज किए गए बैटरी।
सवारी का दस्तावेज़: यात्रा के लिए आपके पास सवारी (बस, ट्रेन, फ्लाइट) के टिकट और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज़ होने चाहिए।
आवश्यक वस्त्रें: टूथब्रश, टूथपेस्ट, चेप्स्टिक, सोप, शैम्पू, टॉवल, स्नीकर्स या जूते, और एक वस्त्र बैग।
सुरक्षा के लिए: सुरक्षा के लिए यात्रा के समय अपने गहरे लालसारी और साइड बैग का ध्यान रखें।
पहनने का सामान: यात्रा के लिए आपके पास ज्यादा से ज्यादा पहनने के सामान, जैसे कि जैकेट, टी-शर्ट, ब्लाउज, पैंट्स, और सॉक्स रखें।
ध्यान दें कि यात्रा के लिए सामग्री विभिन्न प्रकार की यात्राओं के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। आप अपनी यात्रा के आधार पर उचित सामग्री चुनें और आरामदायक रहें।
FAQs
1) चार धाम करने का सही समय ?
* चार धाम के लिए अप्रैल से अक्तूबर के बीच का समय सबसे बेहतरीन माना जाएगा इस समय मौसम भी अच्छा रहता है और यात्रा आसान रहती है ।
2) चार धाम की शूरवात कहा से करे ?
* माना जाता है कि चार धाम की यात्रा यमुनोत्री से शुरू क्रेनी चाइए और गंगोत्री, केदारनाथ, और फिर अंत में बद्रीनाथ पीरी समाप्त क्रेनी चाइए ।
3) चार धाम में रुकने की सुविधा कहा मिलेगी ??
चार धाम में रुकने के की कही सुविधाये है वहाँ कही धर्मशाला भी है और प्राइवेट होटेल्स भी है ।
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